Radha-krishna prem mandir vrindavan प्रेम मंदिर उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले के वृंदावन में स्थित है। प्रेम मंदिर का निर्माण जगद्गुरु कृपालु महाराज द्वारा करवाया गया है। प्रेम मंदिर भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है, इस मन्दिर के निर्माण में 11 वर्ष का समय लगा था, इस मन्दिर का शिलान्यास 14जनवरी 2001 को कृपालुजी महाराज ने किया गया था। 11 सालों बाद लगभग 1000 मज़दूरों ने अपनी बेजोड़ मेहनत और कला पेश करते हुए साल 2012 में पूरा कर दिया था। 17 फ़रवरी 2012 प्रेम मन्दिर का लोकार्पण कर, और आम जनता के दर्शन के लिए खुल दिया गया । इस मंदिर की मुख्य रचना सफेद इटालियन संगमरमर के पत्थर से बनी हुई है, जिसकी खूबसूरती दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर देती हैं।
राधा-कृष्ण का प्रेम मंदिर – वृन्दावन का प्रेम मंदिर Radha-krishna prem mandir vrindavan
राधा-कृष्ण का प्रेम मंदिर – वृन्दावन का प्रेम मंदिर Radha-krishna prem mandir vrindavan
भगवान राधा कृष्ण और सीता राम को समर्पित प्रेम मंदिर परिसर, वृंदावन के 54 एकड़ जमीन पर फेला है, और मंदिर की संरचना पांचवी जगद्गुरु, कृपालु महाराज द्वारा स्थापित की गई थी। इस मंदिर में श्रीकृष्ण और उनके अस्तित्व के महत्वपूर्ण घटनाओं को मुख्य मंदिर दर्शाया गया हैं। मंदिर का उद्घाटन समारोह 15 फरवरी से 17 फरवरी 2012 तक हुआ। मंदिर 17 फरवरी को जनता के लिए खोला गया था। इस मंदिर के निर्माण कार्य में 150 करोड़ रुपये (23 मिलियन डॉलर)लागत आई थी। प्रेम मंदिर के बगल में 73,000 वर्ग फुट में सत्संग हॉल बनाया गया है, इस हॉल में एक समय में 25,000 लोगों को सत्संग में भाग ले सकते है । प्रेम मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर छटीकरा से लगभग 3 किलोमीटर दूर वृंदावन की ओर भक्तिवेदान्त स्वामी मार्ग पर स्थित है। मन्दिर में शिल्पकला प्राचीन भारतीय सभ्तया का एक नमूना है।
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प्रेम मंदिर के दर्शनीय स्थल Places of love temple
सम्पूर्ण प्रेम मन्दिर 54 एकड़ में बना है और इस मंदिर की ऊँचाई 125 फुट है, लम्बाई 122 फुट तथा चौड़ाई 115 फुट है। प्रेम मन्दिर के उद्यान में राधा-कृष्ण की मनोहर झाँकियाँ, श्री गोवर्धन लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीला की झाँकियाँ सजायी गयी है। इस मंदिर को सभी धर्म जाती देश विदेश के पर्यटकों के लिए खुला है, पूरे मन्दिर की बाहरी दीवारों पर राधा-कृष्ण की लीलाओं को शिल्पांकित किया गया है। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वारों पर आठ मयूरों के नक्काशीदार तोरण हैं, मंदिर के गार्डन में 94 स्तम्भ हैं, इन 94 राधा-कृष्ण की विभिन्न लीलाओं से सजाये गये हैं। संगमरमर की शिलाओं पर राधा गोविन्द गीत सरल भाषा में लिखे गये हैं। प्रेम मंदिर परिसर में गोवर्धन पर्वत की सजीव झाँकी बनायी गयी है।
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प्रेम मंदिर में राधा कृष्णा दर्शन Radha Krishna darshan in prem mandir
प्रेम मंदिर में राधा कृष्णा दर्शन Radha Krishna darshan in prem mandir
प्रेम मंदिर(prem mandir) में राधा कृष्णा की छवि बहुत ही प्यारी है जिनका दर्शन करके बहुत ही सुकून और शांति मिलती है। और मंदिर के अंदर का प्रागण एक अनोखा ढंग का है और सजावट भी निराली है। राधा कृष्णा के सामने बैठने की भी व्यवस्था है जहा आप बैठ कर आराधना कर सकते है, और अपने मन को उनके चरणों में एकाग्र कर सकते है।
प्रेम मंदिर में आरती का समय Aarti time in Prem Mandir
5:30 a.m. – दर्शन और राधा कृष्ण आरती, श्री राम स्तुति
6:30 a.m. – भोग अर्पण करना और भजन का आयोजन
8:30 a.m. – राधा कृष्ण दर्शन और आरती
11:45 a.m.- राधा कृष्ण आरती
12:00 p.m – राधा कृष्ण को विश्राम के लिए मदिर का मुख्य पट बंद किया जाता
4:30 p.m. – राधा कृष्ण के दर्शन और आरती होती है
5:30 p.m. – राधा कृष्ण को भोग चढ़ाना और भजन गायन होता है
7:00 p.m. – Lighted म्यूजिकल फाउंटेन का प्रदर्शन
8:00 p.m. – राधा कृष्ण की आरती होती है
8:15 p.m. – शयन पद
8:30 p.m. – बंद
प्रेम मंदिर वृंदावन दर्शन
प्रेम मंदिर खुलने का समय प्रातकाल 5.30 बजे खुलते है और रात 8.30 बजे समापन हो जाता है। मंदिर के अंदर विभिन्न आरती का आयोजन किया जाता है। आरती के समय मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त इकट्ठे होते हैं। मंदिर के अंदर प्रवेश करने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता है और प्रवेश सभी के लिए नि: शुल्क है।
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